दि ग्राम टुडे
घरों की छत पर जल भंडारण के लिए रखी जाने वाली टंकियों से ओवरफ्लो रोकने हेतु हाल ही में हेमंत कुमार के दो नए आविष्कारों को भारत सरकार ने पेटेंट प्रदान किये हैं । इन टंकियों से प्रायः पानी का ओवरफ्लो देखने को मिलता है जिससे पानी तो बर्बाद होता ही है छत में भी सीलन से बड़ा नुकसान होने लगता है ।
वर्तमान में ओवरफ्लो रोकने के लिए अधिकतर फ्लोट वाल्व बाल नामक उपकरण का प्रयोग किया जाता है । यह एक नाजुक उपकरण होता है जो लगने के कुछ समय बाद अक्सर खराब हो जाता है और टंकी से पानी बहकर बर्बाद होने लगता है । इस समस्या के निदान के लिए ग्राम फीना जिला बिजनौर निवासी और सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश में सहायक अभियंता हेमंत कुमार कई वर्षों से प्रयास कर रहे थे । वर्ष 2017 में हेमंत कुमार ने कुछ महीनों के अन्तराल पर तीन प्रकार के उन्नत उपकरणों का आविष्कार किया और भारत सरकार के बौद्धिक सम्पदा केंद्र नई दिल्ली को पेटेंट हेतु भेजे ।
इस क्रम में इनके इलेक्ट्रोड फ्री एंड शॉक प्रूफ ऑटोमेटिक कंट्रोल्ड एंटी ओवरफ्लो वाटर स्टोरेज टैंक नामक आविष्कार को दिसंबर 2023 में पेटेंट संख्या 482295 ग्रांट हुआ । इसके बाद 22 जनवरी 2024 को एक साथ दो आविष्कारों ए सिस्टम फॉर स्टॉप ओवरफ्लो ऑफ वाटर फ्रॉम वाटर स्टोरेज टैंक तथा इन्सेक्ट एन्ड ओवरफ्लो फ्री डॉमेस्टिक वॉटर स्टोरेज टैंक को परीक्षण में सफल पाए जाने के बाद पेटेंट प्रदान किये गये । इन दोनों पेटेंटों की संख्या क्रमशः 501749 तथा 501751 हैं । इन आविष्कारों से टंकियों की भण्डारण क्षमता भी बढ़ेगी और ये जल संरक्षण में उपयोगी साबित होंगे ।
एक माह के अन्दर एक ही विषय पर तीन-तीन आविष्कार कर पेटेंट प्राप्त करना अपने आप में अत्यंत विशिष्ट उपलब्धि है । इन तीन आविष्कारों को जोड़कर अभी तक इंजीनियर हेमंत कुमार के कुल पाँच आविष्कारों को भारत सरकार से पेटेंट मिल चुका है । बताते चलें कि वर्तमान में जिन आविष्कारों को पेटेंट मिल रहे हैं उनमें अधिकांश को कई लोग मिल कर प्राप्त कर रहे हैं परन्तु ये सभी आविष्कार हेमंत कुमार ने अकेले किये हैं ।
हेमंत कुमार आविष्कार नवाचार स्थानीय इतिहास संस्कृति संवर्धन गुमनाम सेनानियों पर शोध तकनीकी लेखन हरियाली विस्तार सम्बन्धी जनोपयोगी कार्यों के लिए ख्यातिलब्ध हैं । इनकी लिखी दस पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। आजादी के अमृत महोत्सव में इस विषय की पाँच किताबें लिखकर इन्होंने महत्वपूर्ण रिकॉर्ड बनाया । इनकी एक पुस्तक ग्राम फीना के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और उनकी संघर्ष गाथा को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्डस में स्थान प्राप्त हो चुका है । इंजीनियर हेमंत कुमार की लिखी पुस्तक विविध प्रकार के भवनों का परिचय एवं नक्शे को जनोपयोगी तकनीकी लेखन के लिए उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा प्रदेश स्तरीय और प्रतिष्ठित संपूर्णानंद नामित पुरस्कार तथा पचहत्तर हजार की धनराशी का पुरस्कार मिल चुका है । इनकी लिखी पुस्तक चित्रों के झरोखे से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण 22 जनवरी 2024 को प्रकाशित हुई । यह श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पर श्रीराम लला विग्रह प्राण प्रतिष्ठा के ठीक बाद प्रकाशित होने वाली देश दुनिया की पहली पुस्तक है । राजकीय सेवा में अच्छे कार्यों के लिए भी हेमंत कुमार को कई बार पुरस्कृत किया जा चुका है । जल अभियांत्रिकी में उत्कृष्ट शोध कार्यों के लिए इनको जल शक्ति मंत्री एवं सिंचाई विभाग द्वारा ए एन खोसला पदक प्रदान किया गया है । सकारात्मक सोच लक्ष्य प्राप्ति हेतु निरंतर प्रयास अथक परिश्रम गहन समर्पण और कभी हार न मानने की जिजीविषा के साथ लगभग पच्चीस वर्षों से निरंतर शोधपरक और महत्वपूर्ण जनोपयोगी कार्य कर हेमंत कुमार ने प्रेरक उपलब्धियों का नया मुकाम बनाया है ।